लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी ‘निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल’ (निषाद) ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी राज्य में कटेहरी और मझवां विधानसभा सीट पर उपचुनाव में अपने चुनाव चिह्न पर उम्मीदवार उतारेगी। पार्टी द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गयी। बयान के अनुसार, निषाद पार्टी के नौंवें स्थापना दिवस के अवसर पर यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने अपने संबोधन में कहा कि पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव में कटेहरी (अंबेडकरनगर जिला) और मझवां (मिर्ज़ापुर जिला) सीट पर अपने चुनाव चिह्न पर मैदान में उतरी थी और आगामी उपचुनाव में भी निषाद पार्टी दोनों सीटों पर अपने चुनाव चिह्न पर ही उम्मीदवार उतारेगी।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘राजग के जो भी सहयोगी दल हैं, उनका निर्णय राजग नेतृत्व करता है और जहां तक सीटों पर चुनाव लड़ने की बात है, यह भी राजग नेतृत्व ही तय करेगा। अभी आधिकारिक रूप से राजग की ओर से उपचुनाव वाली सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर कोई निर्णय सार्वजनिक नहीं हुआ है।’’ प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर निकट भविष्य में उपचुनाव होने हैं। निर्वाचन आयोग ने अभी चुनाव की तारीख तय नहीं की है। निषाद के बयान को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि भाजपा ने अभी तक इन सीटों पर न ही उम्मीदवार तय किये हैं और न ही सहयोगी दलों की हिस्सेदारी तय की है।
निषाद पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के गठबंधन से कटेहरी सीट पर अवधेश कुमार को उम्मीदवार बनाया था जो सपा के लालजी वर्मा से पराजित हो गये थे। वर्मा हाल के लोकसभा चुनाव में अंबेडकरनगर से सपा के सांसद निर्वाचित हुए हैं। वर्मा के त्यागपत्र से कटेहरी सीट रिक्त हुई है। वहीं, मिर्जापुर जिले की मझवां विधानसभा सीट पर 2022 में निषाद पार्टी ने डॉ विनोद कुमार बिंद को अपना उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने समाजवादी पार्टी के रोहित शुक्ला को पराजित कर दिया था। बिंद लोकसभा चुनाव में भदोही संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के सांसद चुने गये और उनके इस्तीफे से मझवां सीट रिक्त हुई है।
स्थापना दिवस पर संजय निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी का गठन मझवार आरक्षण के मुद्दे समेत मछुआ समाज के अन्य मुद्दों को लेकर हुआ था और आज भी पार्टी अपने मुद्दे पर अडिग है। उन्होंने कहा, ‘‘आरक्षण के मुद्दे पर केंद्र व राज्य सरकार से लगातार वार्ता जारी है, आज तक मेरी भाजपा शीर्ष नेतृत्व से हुई हर मुलाकात में आरक्षण के मुद्दे पर वार्ता जरूर हुई है।’’ निषाद ने कहा कि पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर प्रदेशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी और रिपोर्ट को केंद्र व राज्य सरकार के समक्ष रखेगी।