ए लोरी, उठ जा बेटा… सुबह हो गई है। देखो पापा आ गए। अरे सुन लिपि… दीदी अभी सो रही है, ज्यादा परेशान न कर। पिता नरेंद्र जायसवाल की इन बातों को सुन आईआईटी की छात्रा प्रियंका के शव के पास बैठी छोटी बहन लिपि बोली, दीदी को सर्दी न लग जाए पापा।
इसलिए दोनों हाथों से कान बंद कर देती हूं… और आंसू से भरी आंखों के साथ लिपि ने प्रियंका के कानों को हाथों से बंद कर लिया। मोर्चरी के बाहर यह हृदय विदारक दृश्य देख हर आंख रोई। आईआईटी में झारखंड से पीएचडी की पढ़ाई करने आई प्रियंका जायसवाल ने गुरुवार को खुदकुशी कर ली थी।