देश के पहले दलित उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की शुक्रवार को जयंती है। डॉ. आंबेडकर के निधन के बाद देश की राजनीति के सबसे बड़े दलित नेता रहे जगजीवन राम का दलितों की राजधानी माने जाने वाले आगरा से बेहद नजदीकी नाता रहा। वह दो बार प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गए। 1952 से लेकर 1984 तक वह आगरा में जनसभाएं करने और दलित चेतना जगाने आते रहे।
अमर उजाला आकाईव के पुराने पन्नों में दर्ज है कि सबसे पहले 21 मार्च 1954 को केंद्रीय संचार मंत्री रहते हुए बाबू जगजीवन राम आगरा आए थे। काजीपाड़ा के नवयुग जाटववीर कन्या पाठशाला के वार्षिक समारोह में उन्होंने कहा कि जब तक वर्ण व्यवस्था खत्म नहीं होती, तब तक अछूतपन खत्म नहीं होगा। रक्षामंत्री रहने के दौरान उन्होंने बिजलीघर स्थित आंबेडकर पार्क में बाबा साहब की प्रतिमा लगवाने के लिए जमीन दिलाई थी। वह दिसंबर 1980 में रामलीला मैदान में और 15 जुलाई 1984 को एक सभा में शामिल होने आगरा आए थे।