मुख्तार की हालत बिगड़ने पर उसके बडे़ भाई व बसपा से सांसद अफजाल अंसारी ने बिना नाम लिए प्रदेश सरकार व जेल प्रशासन को निशाने पर लिया है। मेडिकल कॉलेज पहुंचे अफजाल ने कहा कि छोटे भाई की जान लेने का सातवीं बार प्रयास किया गया है। शायद किसी को इंतजार रहा होगा कि मुख्तार की मौत की खबर आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हमें ऊपर वाले पर भरोसा है, जब जिसकी मौत का दिन तय हो जाएगा तो वह एक सांस भी ज्यादा जी नहीं सकता। शैतान शैतानी तो कर सकता है, लेकिन अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सकता है।
मीडिया से बात करते हुए अफजाल ने कहा कि मुख्तार के मुताबिक 19 मार्च को मुख्तार को खाने में जहर दिया गया, जिसकी वजह से उनकी हालत बिगड़ी है। सोमवार को तबीयत की यह स्थिति थी कि लोगों को लगा कि अब कहीं भेजने से भी कुछ होने वाला नहीं है, लेकिन अभी मुख्तार की हियात है। कहा कि करीब 40 दिन पहले जेल में खाना चखने वाले कर्मचारी और डिप्टी जेलर जो खाना पकवाने का इंचार्ज था, दोनों की हालत बिगड़़ने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज लाया गया था।