अमेरिकी नौसेना सचिव के बाद अब अमेरिकी राजदूत को भी फतेहपुर सीकरी स्मारक में लपके ने भ्रमण करा दिया। अमेरिकी राजदूत एरिक माइकल गार्सेटी शुक्रवार को अपने परिवार के साथ फतेहपुर सीकरी के स्मारक देखने के लिए पहुंचे थे। यहां भारी सुरक्षा घेरे में आए अमेरिकी राजदूत को कथित गाइड की सेवाएं भ्रमण के लिए दी गईं, जो किसी जगह पंजीकृत नहीं है। वीआईपी गेट से प्रवेश करने वाले अमेरिकी राजदूत के साथ लपका किसके आदेश पर लगाया गया, इस पर सभी विभाग चुप्पी साध गए हैं।
अमेरिकी राजदूत के साथ लपके के फोटो वायरल हुए तो एप्रूव्ड गाइडों ने इस पर आपत्ति की। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय में पंजीकृत गाइडों ने प्रशासन से पूछा कि यूपी टूरिज्म और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय से पंजीकृत न होने वाले कथित गाइड को कैसे वीआईपी के साथ लगाया गया।
सवाल उठते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने फोन बंद कर लिए। वहीं एएसआई के संरक्षण सहायक दिलीप सिंह ने कहा कि प्रोटोकॉल में प्रशासन की ओर से गाइड की व्यवस्था की जाती है। एएसआई का कोई हस्तक्षेप नहीं होता। उनके भ्रमण के लिए किसी सहायक या गाइड की मांग भी नहीं की गई थी।
राजदूत की सुरक्षा में यह सेंध का पहला मामला नहीं है। इससे पहले नवंबर 2022 में अमेरिकी नौसेना सचिव और अगस्त 2023 में अलसल्वाडोर के 36 राजनयिकों के ग्रुप को लपके ने ताजमहल का भ्रमण कराया था। इन मामलों में तहसीलदार से स्पष्टीकरण मांगा गया था और उसके बाद कथित गाइडों को हिरासत में लिया गया था।