कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के मथुरा रोड स्थित हतीसा-भगवंतपुर के निकट बीते 9 मार्च की रात को लेन-देन के विवाद में युवक को गोली मारकर घायल करने वाले दो आरोपियों को 14 मार्च को कोतवाली हाथरस गेट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक तमंचा, कारतूस व खोखा बरामद किया है।
बता दें कि कोतवाली मुरसान क्षेत्र के गांव रामगढ़ हाल निवासी बांकेबिहारी कॉलोनी सिद्धार्थ सिकरवार पुत्र अजय सिकरवार अपनी जेसीबी किराये पर चलाते हैं। आरोप है लेन-देन के विवाद को चलते 9 मार्च की रात कुछ लोगों ने मथुरा रोड हतीसा-भगवंतपुर के पास उन्हें घेर लिया था और गोली मार दी थी। वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायल की तहरीर पर पुलिस ने गौरव यादव पुत्र प्रमोद यादव निवासी नया नगला कोतवाली हाथरस गेट, गांगा उर्फ संजीव पुत्र हरी सिंह निवासी नया नगला कोतवाली हाथरस गेट व पृथ्वी यादव पुत्र हीरेंद्र सिंह उर्फ हीर निवासी बाद नगला अठवरिया कोतवाली हाथरस गेट खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। 14 मार्च को कोतवाली हाथरस गेट पुलिस को इगलास रोड चौराहा से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने अपने नाम गौरव यादव पुत्र प्रमोद यादव निवासी नया नगला थाना हाथरस गेट व गांगा उर्फ संजीव पुत्र हरी सिंह निवासी नया नगला थाना हाथरस गेट बताया है।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपी गौरव ने बताया कि उन्होंने सिद्धार्थ से 95 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से जेसीबी मशीन किराए पर ली थी। उसी के ही गांव का संजीव उर्फ गांगा पुत्र हरी सिंह व पृथ्वी यादव पुत्र हीरेंद्र सिंह उर्फ हीर निवासी बाद नगला अठवरिया थाना हाथरस गेट हाथरस भी जेसीबी मशीन पर साथ में काम करते थे, जिसमें संजीव उर्फ गांगा को वह 15 हजार रुपये प्रतिमाह देता है। पृथ्वी यादव आधे का साझीदार है। नौ मार्च की शाम को सिद्धार्थ को दो माह का किराया देने के लिए हतीसा पुल के पास बुलवाया था।
शाम के समय सिद्धार्थ अपनी कार से आया। इस पर उसके पहले से ही मौजूद पृथ्वी यादव व संजीव उर्फ गांगा थे। वह उसी की कार में बैठकर किराये के पैसों का हिसाब करने लगे तो सिद्धार्थ व उनके बीच काफी वाद विवाद होने लगा। पृथ्वी व संजीव उर्फ गांगा के उकसाने पर उसने सिद्धार्थ को गोली मार दी। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक हाथरस गेट सतेंद्र सिंह राघव मय टीम के शामिल थे।