मिठाई और डेयरी संचालकों के दाम चार रुपये प्रति किलोग्राम कम करने के विरोध में दूधियों ने शहर की दूध आपूर्ति रोक दी। इस दौरान उन्होंने शहर की ओर आने वाले मार्गों पर नाकाबंदी कर दी। इस दौरान उनकी कुछ दूधियों से नोकझोंक भी हुई।
बताया जा रहा है कि दूध की आवक अधिक होने के चलते ऐसा किया गया है। अभी तक दूधियों से 53 रुपये प्रति लीटर की दर से दूध खरीदा जा रहा था। अब इसे चार रुपये घटाकर 49 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। दूधियों का कहना है कि वे दो रुपये अपने और दो रुपये दुकानदारों व डेयरी संचालकों को कम करने के लिए कह रहे हैं। हमारे दाम तो कम कर दिए हैं, लेकिन ग्राहकों को वह 58 रुपये प्रति किलो ही दूध बेच रहे हैं। इसके विरोध में उन्होंने 1 मार्च शाम आगरा, मथुरा रोड व बौनेर मोड़ पर घेराबंदी कर दूध नहीं आने दिया।
60-65 रुपये तक पहुंचे दाम, थैलियों की बढ़ी मांग
शाम को सभी दुकानों पर दूध खत्म हो गया। जिनके पास दूध था उन्होंने 60-65 रुपये लीटर तक उसे बेचा। आपूर्ति न होने से बाजार में अमूल समेत दूसरे ब्रांड की दूध की थैलियों की बिक्री बढ़ गई है।
आज गहरा सकता है और ज्यादा संकट
इस हड़ताल के चलते शहर में 2 मार्च को दूध का संकट और भी गहरा सकता है। दूधियों का कहना है कि जब तक निर्णय नहीं हो जाता, तब तक दूध की आपूर्ति नहीं की जाएगी। दूधियों और मिठाई व दुग्ध विक्रेता संघ के बीच कीमत को लेकर सहमति बनती नहीं दिख रही है।
शहर के मथुरा रोड, आगरा रोड व बौनेर मोड़ पर शुक्रवार शाम से ही दूध विक्रेता डंडे लेकर खड़े हो गए। यहां मौजूद दिनेश, इंद्रपाल, विनोद, शैलू, धीरू, धीरज, नीरज, हेमेंद्र कुमार आदि ने शहर में दूध लेकर जा रहे दूधियों को रोक लिया। कुछ ने शहर में जाने की जिद की तो इसे लेकर उनकी नोकझोंक भी हुई। दूधियों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पर मिठाई विक्रेता संघ की सहमति नहीं हो जाती तब तक वे उन्हें दूध की आपूर्ति नहीं करेंगे। कोई ग्राहकों से भी पूछे कि उन्हें सस्ता दूध क्यों नहीं मिल पा रहा है ?
दुकानदारों व दूध विक्रेताओं के बीच दूध की कीमतों को लेकर जो भी विरोध है उसे बातचीत के जरिए हल कराया जाएगा। चूंकि दूध लोगों की आम जरूरत है, ऐसे में लोगों को किसी भी कीमत पर परेशान नहीं होने दिया जाएगा। ऐसे में दूध की जबरन आपूर्ति बंद करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।- अमित कुमार भट्ट, अपर जिलाधिकारी नगर