लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। अलीगढ़ सहित प्रदेश की कई सीटों पर अब तक भाजपा प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए हैं। इसे लेकर कई चर्चाएं है। इन्हीं चर्चाओं के बीच भाजपा के केंद्रीय संगठन की बैठक 18 मार्च रात दिल्ली में बुलाई गई है। जिसमें प्रदेश नेतृत्व को भी तलब किया गया है। संकेत हैं कि मंथन के बाद 19 मार्च को प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है। अगर 19 मार्च को घोषणा नहीं हुई तो फिर मसला होली तक टल सकता है।
भाजपा ने प्रदेश में कुछ ही सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा रोक रखी है। इनमें अधिकांश सीटें वे हैं, जिन पर मौजूदा सांसद भाजपाई हैं। जब से घोषणा रुकी है, तभी से इन सीटों पर वर्तमान सांसद के टिकट कटने से लेकर नए दावेदारों तक के कयास लगाए जा रहे हैं। मौजूदा सांसद अपने प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अन्य दावेदार भी हैं। सबके अपने अपने दावे हैं।
18 मार्च को जो खबर मिली है, उसके अनुसार सूत्र बताते हैं कि प्रदेश नेतृत्व को दिल्ली बुलाया गया है। रात में यूपी की अलीगढ़ सहित छूटी हुई सभी सीटों पर मंथन के बाद 19 मार्च को प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है। इस खबर के आने के बाद से दावेदारों की धड़कनें तेज हो गई हैं। अब फैसला क्या होगा? ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
इसी तरह बसपा में अभी तक किसी तरह की न तो चर्चा है और न कोई चकल्लस है। कई नाम सामने आ रहे हैं। बसपा स्तर से कब घोषणा की जाएगी। इस विषय में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। अंदरखाने खबर है कि भाजपा की घोषणा का इंतजार है। इसके बाद ही कुछ तस्वीर साफ होगी। फिलहाल बसपा में भी मंथन का दौर जारी है।