ये फोटो 30 अगस्त की है। जब पार्षद महापौर के साथ पुलिस लाइन में एसएसपी से मिलने पहुंचे थे।
सहारनपुर में भाजपा जनप्रतिनिधियों और इंजीनियर्स लॉबी का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। PWD के XEN की शिकायत पर 43 पार्षदों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ। लेकिन पार्षदों का मुकदमा अभी तक दर्ज नहीं हुआ है। जिस कारण जिले में राजनीति भी गर्मा गई है। ऐस
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पुलिस लाइन में देंगे सामूहिक गिरफ्तारी
ये फोटो 29 अगस्त की है। जब पार्षदों ने पीडब्ल्यूडी एक्सईएन को घेर लिया था।
नगर निगम में उपसभापति मुकेश गक्खड़ और पार्षद दल के नेता संजय गर्ग के नेतृत्व में एक गोपनीय बैठक हुई। जिसमें सभी पार्षदों ने सामूहिक गिरफ्तारी का ऐलान कर दिया है। मुकेश गक्खड़ ने बताया कि यदि उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो सभी भाजपा के पार्षद आज यानी 4 सितंबर को 11 बजे पुलिस लाइन पहुंचेंगे और अपनी सामूहिक गिरफ्तारी देंगे। इस ऐलान के बाद भाजपा नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों में हलचल शुरू हो गई है।
क्या रंग लाएगी राजनीति?
29 अगस्त को एक नाला और मंदिर की दीवार गिरने से उपजे विवाद के बाद भाजपा में अंदरूनी कलह भी सामने आने लगी है। PWD के XEN धर्मेंद्र सिंह को पार्षदों ने घेर लिया। अधिकारी ने तीन नामजद और 40 अन्य भाजपा के पार्षदों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया। वहीं भाजपा संगठन के पदाधिकारियों, मंत्री और विधायकों के प्रति भी पार्षदों में उनका मुकदमा दर्ज न कराने से पार्षद नाराज दिखाई दे रहे हैं।
ऐसे में भाजपा पार्षदों ने सामूहिक गिरफ्तारी देने का ऐलान किया। जिससे भाजपा के सभी जनप्रतिनिधियों की राजनीति पर भी सवाल उठने शुरू हो गए है। ऐसे में जिले में राजनीति क्या रंग लाएगी, ये गिरफ्तारी के बाद पता लगेगा। पार्षदों की गिरफ्तारी होगी या नहीं। अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
ऐलान के बाद बैकफुट पर आएगी इंजीनियर लॉबी
दरअसल, PWD के अधिकारियों और भाजपा पाषदों के बीच हुए विवाद के बाद विरोधी पार्टियों ने भी सवाल उठाना शुरू कर दिए है। जो अपनी सरकार में मुकदमा दर्ज नहीं करा पा रहे हैं, ये सवाल उठाना शुरू हो गए है। लेकिन सूत्रों की माने तो इंजीनियर लॉबी पर मंत्री जी का हाथ है, शायद इसी वजह से भाजपा पार्षदों की नहीं सुनी जा रही है। यदि इस ऐलान के बाद इंजीनियर लॉबी बैक फुट पर नहीं आई तो पार्षदों का अगला कदम क्या होगा? ये सवाल भी सबके मन हैं।