आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा के नाम पर धड़ल्ले से बेची जा रही 31 औषधियों और दवाओं के उत्पादन और बिक्री पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया गया है। लाइसेंस प्राधिकारी एवं निदेशक आयुर्वेद सेवाएं डॉ. पीसी सक्सेना ने इन दवाओं का उत्तर प्रदेश में उत्पादन, आपूर्ति एवं बिक्री को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि मिलावटी एवं नकली औषधियों की रोकथाम के लिए फार्मेसी एवं विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों से दवाओं के नमूने लिए गए थे। इनका परीक्षण करने के लिए राजकीय विश्लेषक आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधि परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया। जांच में कई औषधियां मिलावटी एवं नकली पाईं गईं। अलीगढ़ एवं हाथरस के सभी औषधि विक्रेताओं एवं निर्माताओं को निर्देशित किया है कि मिलावटी व नकली औषधियों के निर्माण एवं बिकी पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दें।
ये दवाएं मिली मिलावटी
- विश्वास गुड हेल्थ कैप्सूल आयुर्वेदा
- पेननिल चूर्ण
- एज-फिट चूर्ण
- अमृत आयुर्वेदिक चूर्ण
- स्लीमेक्स चूर्ण
- दर्द मुक्ति चूर्ण
- आर्थोनिल चूर्ण
- योगी केयर
- माइकान गोल्ड कैप्सूल
- डाइबियंट शुगर केयर टेबलेट
- हाईपावर मूसली कैप्सूल
- डाईबियोग केयर
- झंडू लालिमा ब्लड एंड स्किन प्यूरीफायर
- हेल्थ गुड सीरप
- हेपलिव डीएस सीरप
- सिस्टोन सीरप
- बायना प्लस ऑयल
- वातारिन ऑयल लिव-52
- न्यू रिविल
- बोस्टा एमआर टेबलेट
ये दवाएं निकली नकली
- ज्वाला दाद
- रूमो प्रवाही
- सुंदरी कल्प सीरप
- त्रयोदशांग गुग्गल
- वेदांतक वटी
- एसीन्यूट्रा लिक्विड
- आंवला चूर्ण
- सुपर सोनिक कैप्सूल
- बोस्टा 400 टेबलेट
- बायना प्लस कैप्सूल