90 के दशक से रामलला के वस्त्र सिल रहे दर्जी भगवत प्रसाद ने बताया कि पूरे देश से उनके पास रामलला का वस्त्र बनवाने के लिए फोन आ रहे हैं। गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, मुंबई व उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लोग फोनकर रामलला के लिए वस्त्र बनाने का आर्डर दे रहे हैं। पिछले डेढ़ माह में वे रामलला के लिए अब तक करीब एक हजार वस्त्र तैयार कर चुके हैं। भगवत प्रसाद ने बताया कि भगवान रामलला के लिए कपड़े सात दिन के हिसाब से तैयार होते हैं।
इस पर करीब दस हजार रुपये खर्च होते हैं। एक सेट में तीन पर्दे, एक बड़ा बिछौना, एक छोटे बिछौना, छह दुपट्टा और रजाई शामिल होती है। विहिप के शरद शर्मा बताते हैं कि पांच हजार से अधिक वस्त्र रामलला के लिए तैयार हैं। सोने, चांदी व रत्न जड़ित वस्त्र भी रामलला को भेंट किए जा रहे हैं।
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि रामलला सोमवार को सफेद, मंगलवार को गुलाबी, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को हल्का गुलाबी, शनिवार को नीला व रविवार को लाल गुलाबी वस्त्र धारण करते हैं।
गर्भगृह में रखी जाएंगी सोने-चांदी की चरण पादुकाएं
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद राममंदिर के गर्भगृह में श्रीराम की चरण पादुकाएं भी रखी जाएंगी। ये चरण पादुकाएं एक किलो सोना और सात किलो चांदी से बनाई गई हैं। इन्हें हैदराबाद के श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने बनाया है। इसके अलावा राममंदिर के भूतल के सभी दरवाजों को भी स्वर्ण मंडित किया जा चुका है। राममंदिर का सिंहासन भी स्वर्ण जड़ित है। रामलला सोने का मुकुट भी धारण करेंगे।